Dilkhush Kumar Success Story; भारत में रह रहे ज्यादातर युवाओं का सपना सरकारी नौकरी का होता है | लेकिन वही कुछ लोग ऐसा करना चाहते हैं कि लोग उनको याद रखें | ऐसी ही एक कहानी बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले एक ड्राइवर दिलकुश कुमार की है जहां उन्होंने अपने कठिन और फौलादी इरादों से रोडवेज नाम की एक कंपनी खड़ी कर दी |
आज हम आपको इस Blog में बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले दिलखुश कुमार की RODBEZ Taxi STARTUP के बारे में बताएंगे | आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं |
Dilkhush Kumar Story
Rodbez Cab ; Shark Tank Season 3 में आए नए एपिसोड में RODBEZ नाम की STARTUP के बारे में जानकारी सामने आई है | यह स्टार्टअप बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले दिलखुश कुमार का है | दिलखुश कुमार की सक्सेस स्टोरी पढ़ कर आप भी बहुत अच्छा महसूस करेंगे | कैसे एक ड्राइवर ने 5 करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी |
Dilkhush Kumar Rodbez Taxi
आज यूट्यूब पर सभी लोग वीडियो देखते रहते हैं | कोई REEL देखता है ,कोई फिल्मों को देखता है | लेकिन दिलखुश कुमार ने यूट्यूब पर सीखे कोडिंग की मदद से बड़े-बड़े सॉफ्टवेयर इंजीनियर को भी पीछे छोड़ दिया और ओला और उबर जैसी कंपनी से भी बढ़िया अपना खुद का एक RODBEZ App बना लिया | इसके बारे में सुनकर शर्क टैंक के जज ने खुद कहा कि आप ने वह काम कर दिखाया जो ओला और उबर जैसी बड़ी कंपनी लोगों को काफी पैसे देकर करवाती हैं | लेकिन आपने उसे काम को फ्री में कर दिया | उन्होंने बातें दिलखुश कुमार द्वारा बनाई गई CAB सर्विस के App के बारे में कहीं |
Dilkhush Kumar Success Story
दिलखुश कुमार का स्टार्टअप रोडवेज की शुरुआत कम फिल्मी नहीं है | दिलखुश कुमार ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है | दिलखुश कुमार जब मात्र 16 वर्ष के थे तभी उनकी शादी कर दी गई थी | अपने खर्चे को बता दे उन्होंने एक कंपनी में इंटरव्यू देने के लिए गए जहां पर उनसे एप्पल कंपनी का लोगों के बारे में पूछा गया |
दिलखुश कुमार इस लोगों को पहचान नहीं पाए और कंपनी ने उनको बाहर कर दिया | दिलकुश कुमार इससे बहुत दुखी हुए और उन्होंने घर आकर अपने सारे सर्टिफिकेट को जला दिया | दिलखुश कुमार के पिताजी एक ड्राइवर थे | उन्होंने उनसे जीत की कि उनको भी गाड़ी चलाना सिखा दे उनके पिता को भी दुख हुआ लेकिन उन्होंने उनको गाड़ी चलाना सिखा दिया बाद में वह गाड़ी चलाने लगे|ओला के भी ड्राइवर व पटना में रहे|
RODBEZ CAB Service In Bihar; दिलखुश कुमार का सपना लेकिन बड़ा था | जिन्होंने अपने पहले कंपनी जो की 2016 में बनाई थी उसको 2021 में छोड़ दिया | उसे उस समय इनका कमीशन ₹800000 महीना था | मतलब उनकी कंपनी का कारोबार 80 लाख रुपए था | लेकिन दिलखुश कुमार को कुछ और करना था,इसलिए उन्होंने बनी बनाई कंपनी को छोड़ दिया | कुछ पैसों की सेविंग के द्वारा उन्होंने अपनी एक नई कंपनी 2022 में लॉन्च की |
आखिर कैसे हुई रोडबेज स्टार्टअप की शुरुआत ?( Rodbez Startup Opening Date )
दिलखुश ने CAB सर्विस प्रोवाइडर रोडबेज स्टार्टअप की शुरुआत जुलाई 2022 में किया आज के समय में पटना से बिहार के हर शहर को जोड़ने के लिए काम कर रहे हैं | दिलखुश कैसे स्टार्टअप में अभी 20 टैक्सी है जिनके द्वारा टैक्सी प्रोवाइड भी 45000 रुपए महीने कमा लेते हैं जिसमें यह स्टार्टअप खुद ₹20000 कमीशन पाता है | आने वाले समय में एक अपनी कंपनी को और ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए शर्क टैंक के सीजन 3 पर फंडिंग के लिए पहुंचे |
दिलखुश कुमार ने अपने स्टार्टअप रोडवेज की 5 % हिस्सेदारी का मूल्य 50 लाख रुपया रखा | जिससे OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल और नमिता ठाकुर ने इसमें फंडिंग किया | इन दोनों ने मिलकर 20 LAKH रुपए कैश बिना ब्याज के दिया | वही 30 लाख रुपये 5 फिटी वार्षिक ब्याज की दर पर इस कंपनी को दिया गया | जिससे इस कंपनी का वैल्यूएशन 5 करोड़ को पार कर गया |
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FAQ-
Que- What is the story of Dilkhush Kumar?
Ans- A Bihari Boy From Samastipur Started Startup.You Can Read Above Article.
Que-Which rickshaw puller creates start up hires IIT and IIM grads?
Ans-Dilkush Kumar
Que-Who Is The owner Of Rodbez Taxi ?
Ans-दिलखुश कुमार