Coromandel Express Accident | Kavach
जैसा की आप जानते होंगे की ओडिसा के बालासोर में एक भयानक ट्रेन हादसा हुआ है। शुक्रवार को हुआ मात्र मामूली से डिरेलमेंट से एक भयानक रेल हादसा हो गया है जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया कई लोग घायल हुए और कई लोगो ने अपने जान को गवा दिया। इस हादसे में करीब राज्य सरकार ने २३३ लोगो के मौत की पुस्टि कर दी है और करीब ९०० लोगो के करीब घायल हुए है। यह आकड़ा अभी ज्यादा भी हो सकता है जिसमे मृतकों की संख्या और घायलों की संख्या बढ़ भी सकती है। इस ट्रेन हादसे ने सरकार की ट्रेन सुरक्षा से सम्बंधित कलाई खोल दी है।
आखिर बालासोर में कैसे हुआ इतना भयानक ट्रेन हादसा
ओडिसा के बालासोर में एक भयानक ट्रेन हादसा देखने को मिला जो की मामूली चूक से हुआ रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी बताते है की यह ट्रेन हादसा इतना भयानक नहीं होता अगर सिस्टम कोलैप्स नहीं होता। मात्र मामूली से चूक से 3 ट्रेन अपने पटरी से उतर गयी और इस हादसे ने एक भयानक दुर्घटना का रूप ले लिया। उनका कहना है की कोलकाता के शालीमार स्टेशन से कोरोमंडल एक्सप्रेस अपने तय समय पर चली थी। सांतरागाछी में ट्रेन 4 मिनट की देरी से पहुंची थी,खड़गपुर में भी ट्रेन कोरोमंडल एक्सप्रेस 12841 3 मिनट की देरी से पहुंची थी उसके बाद ट्रेन का ड्राइवर सतर्क होकर अपने स्पीड को काबू में लेकर चलने लगा था ,ट्रेन ओडिसा राज्य में प्रवेश कर चुकी थी ,बालासोर में ट्रेन सही समय पर थी ,कोरोमंडल एक्सप्रेस का ड्राइवर अभी कुछ ही दूर चला होगा की बेहनागा बाजार के एंट्री पॉइंट्स पर कुछ दिक्कत हुई होगी और ट्रेन की कुछ बोगियां अपने पटरी से उतर गयी थी। Trending News In Hindi
आखिर किससे हुई इतनी भयानक टक्कर
यूँ तो अभी दुर्घटना की असली वजह अभी सामने नहीं आयी है लेकिन एक समाचार पत्रिका के अनुसार कोरोमंडल एक्सप्रेस की कोई टक्कर मालगाड़ी से नहीं हुई उनके रेल सूत्रों के अनुसार कोरोमंडल एक्सप्रेस की कुछ बोगियां बहनागा बाजार में डेरेल हो गयी होगी ,130 के रफ़्तार में डिरेल होने पटरियों से 500 metre बोगियों चली गयी होगी। इसी में कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे लूप लाइन और कुछ डिब्बे मैं लाइन में आ गए होंगे और उसी समय बगल में लूप लाइन में यह हादसा हुआ मालगाड़ी खड़ी रही होंगी और इसके कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए होंगे और इस हादसे ने ट्रेन हादसे का रूप ले लिया।
आखिर कोरोमंडल से कैसे लड़ी तीसरी ट्रेन
हो सकता हो की जिस समय यह हादसा हुआ उस समय इसकी जानकारी ऊपर कण्ट्रोल रूम को नहीं पता चली होगी और उसी समय वह से 12864 ट्रेन गुजरने वाली थी जो की सुपरफास्ट थी और इसे बहनागा में नहीं रूकने का सिग्नल था इसका सिग्नल क्लियर रहा होगा |
और ये ट्रैन खूब रफ़्तार में रही होंगी क्योकि यह ट्रैन पहले से ही ३ घंटे की देरी से चल रही थी सिग्नल क्लियर होने के वजह से यह १३० कम की रफ़्तार से चली होंगी और डिरेल हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस से जाके लड़ गयी होंगी और इस हादसे ने एक बहुत ही जबरदस्त हादसे का रूप ले लिया और कई लोगो की जान चली गयी और बहुत लोग घायल हो गए। केंद्र सरकार और रेलवे ने इन घायलों और जो लोग मर गए उनके लिए आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव मौके पर पहुँच कर राहत बचाव सम्बंधित कार्यों का निरीक्षण किया।
क्या है ट्रैन सुरक्षा के लिए बना “कवच” Kavach
इस हादसे के बाद विपक्षी पार्टियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है की आखिर रैवै सुरक्षा के लिए इन्होने जो गाजे बाजे से के साथ कवच का डेमो किया था आखिर वो भी इस ट्रैन हादसे को क्यों नहीं रूक पाया। कवच एक ऐसा तकनीक होता है की अगर दो ट्रेने आमने सामने आ जाए तो वो कुछ दूरी पर ही रुक जाती है। लेकिन इस हादसे ने सरकार की पोल खोल दी अब रेलवे के प्रवक्ता कह रहे है की कवच सिस्टम उस रुट पर नहीं लगा था। आम आदमी के मन में यह सवाल जगता है की आखिर सरकार क्यों सुराक्षा से खिलवाड़ करती है। ट्रैन टिकट में बुजुर्गो को मिलने वाली रियायत भी बंद कर दी ,ट्रेन का टिकट महंगा भी कर दिया ,प्लेटफोर्म टिकट भी लिया जाता है ,हर साल होने वाली नयी भर्ती भी रुकी हुई है सरकार को इससे भी फायदा हो रहा है लेकिन सरकार इतनी आमदनी के बाद भी लोगो की सुरक्षा के लिए क्यों फिक्रमंद नहीं है।
How many people died in Coromandel Express?
According to Railway above 250 people died in coromandal train accident.
Which train crashed with Coromandel Express?
Train Number 12864 And One Maalgaadi crashed With This Train Coromandal express.
कोरोमंडल एक्सप्रेस में कितने लोगों की मौत हुई?
Above 250 ( Odissa Train Accident,Coromandal Express Accident Hindi)